आत्मनिर्भर भारत: रक्षा क्षेत्र में FDI 49 फीसदी से 74 फीसदी हुआ
रक्षा क्षेत्र में FDI में का बढ़़ना अहम माना जा रहा है, ये आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा है।
पिछले महीने 27 अगस्त को डिफेंस सेक्टर में मैन्यूफैक्चरिंग से रिलेटेड आत्मनिर्भर भारत सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने भी इसका जिक्र किया था।
रक्षा क्षेत्र में FDI लिमिट बढ़ाने के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने भी मंजूरी दे दी है. अब ये 49 फीसदी से बढ़ाकर 74 फीसदी कर दिया है। बोला जा रहा है कि ये बिल 14 सितंबर से शुरू होने वाले मॉनसून सत्र में पेश किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि डिफेंस सेक्टर में “आत्मनिर्भर भारत” से भारत का रक्षा क्षेत्र में रोल अहम हो जाएगा। मोदी जी ने कहा था कि हमारा मकसद रक्षा उत्पादन के साथ में नई तकनीक को भी विकसित करना और डिफेंस सेक्टर में प्राइवेट प्लेयर्स को भी अहम रोल देना है ।
रक्षा क्षेत्र में निवेश के लिए सारे दरवाजे खोलना और 74 फीसदी एफडीआई को इजाजत दे देना नये भारत के विश्वास को दिखलाता है।
लॉकडाउन की वजह से देश में आर्थिक संकट के बीच मोदी जी ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए कहा था। हमेशा वो अलग-अलग मंचों से स्वेदशी चीजों के उपयोग की अपील करते रहते हैं।
और अपने ही देश में निर्माण पर जोर देते हैं। इसलिए रक्षा मंत्रालय ने 9 अगस्त को एक बड़ा फैसला लिया था और 101 रक्षा उपकरणों के आयात पर रोक लगा दी थी पहले ही। इसी फैसले के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि रक्षा मंत्रालय आत्मनिर्भर भारत की दिशा में आगे बढ़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है।