रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘डिफेंस इंडिया स्टार्टअप चैलेंज-4’ की शुरुआत की
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘डिफेंस इंडिया स्टार्टअप चैलेंज-4’ की शुरुआत की। इस पहल का मकसद ही है सेनाएं की तकनीकी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ‘रक्षा नवाचार संगठन’ के मंच का उपयोग करना। इसी के साथ, भारतीय स्टार्ट-अप भी इसे रक्षा का एक अभिन्न हिस्सा बनने के लिए उपयोग कर सकते हैं। कोशिश इस बात की भी है कि नवाचारों का प्रयोग विकास परियोजनाओं के लिए भी हो सके।
मंगलवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने डिफेंस इंडिया स्टार्टअप चैलेंज और ‘iDEX 4 FAUJI” पहल की शुरुआत की। इसके तहत 11 क्षेत्रों की पहचान कर अनुसंधानकर्ताओं को इसके समाधान का लक्ष्य दिया गया है। अब तक Defence India Startup Challenge के तीन चरणों में, 700 से भी अधिक start-ups और नवोन्मेषकों ने अपनी सहभागिता दर्ज की, जिसमें से 58 प्रतिभागी, ‘Support for Prototype and research kickstart’ (SPARK) के तहत innovation grants के लिए चयनित किए गए। इस मौक़े पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे देश में न ही प्रतिभा की कमी है, न ही इसकी मांग की कमी है। किसी समान मंच के अभाव में, इन दोनों का ही मिलान नहीं हो पाता था। ‘iDEX’ मंच इस कमी को पूरा करने में सफल हुआ है। यह प्रयास उद्योगों को भी नवोन्मेष शोध और विकास की एक मज़बूत नींव प्रदान करता है।
रक्षामंत्री ने कहा कि यह पहल देश की सेनाओं के भविष्य में, नए क्रांतिकारी परिवर्तन लाएगी। इस पहल से भारतीय Start-ups को बढ़ावा मिलेगा, और वे सेनाओं के आधुनिकीकरण, और आत्मनिर्भरता में अहम भूमिका निभाएंगे।
ग़ौरतलब है कि दो साल से भी कम समय में iDEX के उल्लेखनीय परिणाम आने शुरू हो गए हैं और ये नवोन्मष की दिशा में यह सकारात्मक संकेत है जिसके ज़रिए रक्षाक्षेत्र में भारतीय Start-ups की भागीदारी में बढ़ोत्तरी होगी
इस बार के Defence India Startup Challenge की ख़ास बात ये है की इसमें हमारे सैन्य नवोन्मेषकों के विचारों को खुली चुनौती की तरह प्रस्तुत किया जाएगा।
सोर्स डी डी न्यूज