विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के लिए देश तैयार
देशव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान शनिवार से होगा शुरू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरूआत. केंद्र ने पत्र लिखकर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड-19 की दोनों वैक्सीन को लेकर जारी किए दिशानिर्देश.
16 जनवरी से शुरु हो रहे कोविड-19 टीकाकरण अभियान को अंजाम तक पहुंचान के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, राज्य सरकारें, केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासक और तमाम एजेंसियां मिशन मोड पर काम कर रही हैं। प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए देश भर के टीकाकरण केंद्र पर कोविड-19 के ख़िलाफ़ निर्णायक जंग का शुभारंभ करेंगे। हर-एक केंद्र पर उस दिन कम से कम 100 लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। टीकाकरण संबंधी हर-एक गतिविधि की निगरानी को-विन एप के ज़रिए सुनिश्चित की जाएगी। अभियान के तहत मार्च के आखिर तक प्रथम चरण के 3 करोड़ लाभार्थियों के 60 फीसदी से ज्यादा का टीकाकरण हो जाएगा।
गौरतलब है कि पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर तैनात कार्यकर्ताओं को टीकाकारण होना है। उसके बाद कोविन ऐप पब्लिक प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा। 16 जनवरी को 3006 ऐसे सेंटर होंगे जहाँ टीकाकरण होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि बीमार लोगों को कोरोना का टीका नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही गर्भवती महिलाएं और 12 साल से कम बच्चों को टीका नहीं लगाया जाएगा। अमिताभ बच्चन की आवाज में शुक्रवार से मोबाइल कॉलर ट्यून बदल जाएगी। शुक्रवार से वैक्सीनेशन पर आधारित कॉलर ट्यून सुनाई देगी जो कि जसलीन भल्ला की आवाज़ में होगी।
इस बीच विज्ञान बिरादरी से जुड़ी तमाम हस्तियों ने कोविड-19 के टीके से जुड़ी सभी भ्रांतियों को दूर किया। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि हम अपने देशवासियों से अपील करते हैं कि वैज्ञानिकों, चिकित्सकों और वैज्ञानिक समुदाय के खिलाफ राजनीतिक और बदनाम करने के उद्देश्यों से फैलाई जा रही भ्रांतियों को खारिज़ कर दें। उन्हें इस बात का अहसास करने की जरूरत है कि उनके निहित स्वार्थों के कारण जो उच्च मूल्यों वाली विश्वसनीय वैज्ञानिक प्रतिष्ठा हमने कमाई है, वो नष्ट हो रही है। हमारे प्रयासों से ही पूरी दुनिया में भारत टीके के निर्यात के मामले में अग्रणी हैं।
शनिवार से शुरु हो रहे टीकाकरण अभियान को सुचारू रुप से लागू करने के लिए राज्य सरकारों ने कमर कस ली है। राज्य सरकार की तमाम एजेंसियां इसके लिए अपने स्तर पर प्रयास कर रही हैं। टीकाकरण के लिए बनाए गए केंद्रों पर लोगों को अपना परिचय पत्र भी दिखाना होगा।स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से राज्यों को सलाह दी गई है कि प्रत्येक केंद्र पर हड़बड़ी में तय सीमा से ज्यादा संख्या में लोगों को न बुलाया जाए। लोग व्यवस्थित होकर तय समय और तारीख पर केंद्र तक पहुंचे इसके लिए तैयारियों को अंतिम रुप दिया जा रहा है।byDdnews