मास्टरमाइंड प्रदीप गुप्ता की पुलिस से हुई मुठभेड़, लगी गोली
Agra Bus Hijack: मास्टरमाइंड प्रदीप गुप्ता की पुलिस से हुई मुठभेड़, लगी गोली
Agra Bus Hijack: बताया जा रहा है कि थाना फतेहाबाद इलाके में चेकिंग के दौरान यह मुठभेड़ हुई. बाइक से भाग रहे प्रदीप गुप्ता को पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो उसने गोली चला दी थी।
पुलिस मुठभेड़ में आगरा बस हाईजैक के मास्टरमाइंड को लगी गोली
आगरा. ताज नगरी आगरा में यात्रियों से भरी बस को हाईजैक (Bus Hijack) करने वाले मास्टरमाइंड प्रदीप गुप्ता (Pradeep Gupta) की गुरुवार सुबह पुलिस से मुठभेड़ (Encounter) हो गई. जानकारी के मुताबिक, प्रदीप गुप्ता को गोली लगी है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि थाना फतेहाबाद इलाके में चेकिंग के दौरान यह मुठभेड़ हुई. बाइक से भाग रहे प्रदीप गुप्ता को पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो उसने गोली चला दी. पुलिस की जवाबी फायरिंग में प्रदीप गुप्ता को गोली लगी और वह घायल हो गया।
इससे पहले बुधवार देर शाम पुलिस ने इटावा के बलराय थाना क्षेत्र के एक ढाबे के पीछे से अगवा खाली बस (UP75 M 3516) को बरामद कर लिया था. दरअसल, आगरा में बुधवार को 34 सवारियों से भरी एक बस को हाईजैक कर लिया गया. इस घटना ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दी. शुरुआत में पता चला कि बस को श्रीराम फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी ले गए, क्योंकि किश्तों का भुगतान नहीं किया गया था. लेकिन, बाद में कहानी कुछ और ही निकली. इस पूरी घटना का मास्टमाइंड आगरा ग्रामीण इलाके के रहने वाले प्रदीप गुप्ता निकला. इस पूरे केस में एक नया एंगल सामने आया. पूरा मामला पैसों के लेनदेन को लेकर बताया जा रहा है. बस मालिक अशोक अरोड़ा और प्रदीप गुप्ता के बीच लेनदेन का विवाद चल रहा था. इसी के चलते बदमाशों ने फाइनेंस कंपनी की कहानी गढ़ी थी. वहीं, एसएसपी आगरा ने बगैर तस्दीक़ किए फाइनेंस कंपनी की थ्योरी पर मुहर भी लगा दी.
उलझी रही पुलिस
पुलिस को गुमराह करने के लिए प्रदीप ने फाइनेंस कंपनी की कहानी गढ़ी थी. प्रदीप की कहानी में ही आगरा पुलिस उलझ गई. बता दें कि बस मालिक अशोक अरोड़ा की कल रात ही मौत हुई है. उनके बेटे पवन ने प्रदीप गुप्ता को पहचाना तब जाकर पूरी कहानी सामने आई. बता दें कि गुरुग्राम से चली बस को आगरा में अगवा किया गया. इसके बाद यात्रियों को दूसरे बस से झांसी भेजा गया।