राजमाता की स्मृति में प्रधानमंत्री ने जारी किया 100 रु. का सिक्का
आज जनसंघ की नेत्री और भाजपा की संस्थापक सदस्यों में से एक विजया राजे सिंधिया जी जन्म जयंती है। राजमाता सिंधिया के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर 100 रुपए के विशेष स्मारक सिक्के का विमोचन किया आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। प्रधानमंत्री के शब्दों में कहें तो राजमाता ने यह साबित किया कि जनता की सेवा के लिए आपकी पृष्ठभूमि का कोई महत्व नहीं होता।
जनसंघ की नेता, बीजेपी की संस्थापक सदस्य, प्रखर राष्ट्रवादी, ग्वालियर राजघराने से जुड़ीं राजमाता विजयाराजे सिंधिया पिछली शताब्दी में भारत को दिशा देने वाले कुछ एक व्यक्तित्वों में शुमार है। सरलता, सहजता और संवेदनशीलता की त्रिवेणी राजमाता विजयाराजे सिंधिया एक निर्णायक नेता और कुशल प्रशासक भी थीं। 12 अक्टूबर, 1919 को जन्मी विजयाराजे सिंधिया जैसे महिला नेत्री भारतीय राजनीति में कम ही देखने को मिलती है। उनकी जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने 100 रुपए के विशेष स्मारक सिक्के का विमोचन किया। वर्चुअल माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में राजमाता विजयाराजे सिंधिया के पारिवारिक सदस्यों के साथ-साथ देश के अन्य भागों से कई गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। समारोह को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि राजमाता ने यह साबित किया कि जनता की सेवा के लिए किसी बड़े घराने में पैदा होने की जरूरत नहीं है।
पीएम ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर आजादी के इतने दशकों तक, भारतीय राजनीति के हर अहम पड़ाव की वो साक्षी रहीं। प्रधानमंत्री के मुताबिक अनुच्छेद 370 खत्म करके देश ने उनका बहुत बड़ा सपना पूरा किया साथ ही रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए उन्होंने जो संघर्ष किया था, उनकी जन्मशताब्दी के साल में ही उनका ये सपना भी पूरा हुआ है।
राजमाता के जन्म शताब्दी उत्सव के क्रम में इस विशेष स्मृति सिक्के की परिकल्पना वित्त मंत्रालय द्वारा की गई है। यह उनके जन्म शताब्दी उत्सव का हिस्सा है और उनके महान व्यक्तित्व को श्रद्धांजलि देने का अवसर है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राजमाता को श्रद्धाजलि देते हुए ट्विटर पर लिखा – राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी की जयंती के अवसर पर मैं उन्हें सादर स्मरण एवं नमन करता हूँ। अपने लम्बे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने समाज के सभी वर्गों को जोड़ने और उनके कल्याण के लिए काम किया। उन्होंने राष्ट्रवादी शक्तियों को मज़बूत किया और हम सबके लिए वे हमेशा प्रेरणास्रोत रही हैं।
विजयाराजे सिंधिया की जयंती पर गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि…
राजमाता सिंधिया जी ने अपने त्याग और राष्ट्रभक्ति से देश की राजनीति को नयी दिशा प्रदान की। राष्ट्र और विचारधारा के प्रति उनका समर्पण वंदनीय था। आपातकाल के समय लोकतंत्र को बचाने के लिए उन्होंने अत्याचारी शासन की घोर यातनाएँ सही। विचारों और सिद्धांतों की अद्वितीय प्रतिमूर्ति को नमन।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने विजयाराजे सिंधिया की जयंती पर उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा कि
उन्होंने राजसी जीवन त्याग कर संपूर्ण जीवन आमजन की सेवा में लगा दिया। त्याग व समर्पण की प्रतिमूर्ति रहा उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत है।
बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा भाजपा मुख्यालय पर राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। विजयाराजे सिंधिया को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने टिवटर परलिखा –
अपना सम्पूर्ण जीवन समाज कल्याण के लिए समर्पित करने वाली राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी की जयंती पर उन्हें शत् शत् नमन देश के लिए दूरदर्शिता रखने वाली राजमाता सिंधिया, हर नागरिक के लिए प्रेरणास्रोत है।
राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने भारतीय राजनीति में महिला के नाते देश में एक आदर्श कायम किया। राष्ट्रहित के प्रति उनकी जागरूकता ने ही उन्हें राजमाता से लोकमाता बनाया। भारतीय जनसंघ से भाजपा तक उनकी यात्रा में उनेक उतार-चढ़ाव आए, पर उन्होंने अपने सिद्धांत और विचारधारा के प्रति जो समर्पण रहा उसे कभी नहीं छोड़ा। राजमाता ने ये साबित किया कि जनप्रतिनिधि के लिए राजसत्ता नहीं, जनसेवा सबसे महत्वपूर्ण है। वो एक राजपरिवार की महारानी थीं, लेकिन उन्होंने संघर्ष लोकतंत्र की रक्षा के लिए किया।
सोर्सडी डी न्यूूूज