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कोविड-19 के ख़िलाफ़ प्रधानमंत्री ने दिया ‘दवाई भी कड़ाई भी’ का नया मंत्र

नया साल नई शुरुआत के नाम हो, उम्मीदे यही है और इसी बात को प्रधानमंत्री ने आज एक कार्यक्रम में आवाज दी। पीएम मोदी ने कहा साल 2020 में संक्रमण की निराशा थी, चिंताएं थी, चारों तरफ सवालिया निशान थे। लेकिन 2021 इलाज की आशा लेकर आ रहा है। और वैक्सीन को लेकर भारत में हर जरूरी तैयारियां चल रही हैं। ऐसे में नया मंत्र है कि दवाई भी-कड़ाई भी।

 

कोरोना के खिलाफ जंग में पीएम मोदी का साल 2021 के लिए ‘दवाई भी कड़ाई भी’ का ये नया मंत्र है। पीएम मोदी की तरफ से ये मंत्र उस वक्त दिया गया है जब भारत नए साल में दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम को चलाने की तैयारी में जुटा है।प्रधानमंत्री ने देशाविसयों को याद दिलाया है कि टीका आने के साथ कोविड के खिलाफ जंग कहींकमजोर न पड़े जाए। जब तक दवाई नहीं तब ढिलाई नहीं के पीएम के मंत्र पर जिस प्रभावी तरीके से एकजुट होकर लोगों ने अमल किया उसका नतीजा है कोरोना से निपटने के मोर्चा पर विश्व के बाकी देशों की तुलना में भारत की स्थिति बहुत बेहतर है।

पीएम मोदी ने कहा कि साल 2020 में संक्रमण की निराशा थी, चिंताएं थी, चारों तरफ सवालिया निशान थे। लेकिन 2021 इलाज की आशा लेकर आ रहा है।

उन्होंने कहा वैक्सीन को लेकर भारत में हर जरूरी तैयारियां चल रही हैं और जिस तरह बीते साल संक्रमण से रोकने के लिए एकजुट होकर प्रयास किए, उसी तरह टीकाकरण को सफल बनाने के लिए पूरा भारत एकजुटता के साथ आगे बढ़ेगा।

पीएम मोदी ने उन लोगों को भी याद किया जिन्होंने कोरोना के खिलाफ जंग में अग्रिम मोर्चे पर अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए इस अनजाने के दुश्मन का शिकार हो गए। साथ ही चुनौती की इस घड़ी में त्याग और समर्पण के साथ एक दूसरे के साथ कंधा से कंधा मिलाकर खड़ें रहने के लिए देशवासियों का आभार भी जताया।

कोरोना वैक्‍सीन लॉन्चिंग की तैयारियों के बीच पीएम मोदी ने पीएम मोदी ने इस घातक महामारी के खिलाफ युद्ध के दौरान लोगों को अफवाहों से बचने और अफवाहों से आम लोगों को बचाने की भी अपील की।

भारत स्वास्थ्य के क्षेत्र को लेकर भविष्य मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला है। जिस तरह बीमारियां वैश्विक हो गई हैं तो समाधान भी वैश्विक होना चाहिए।भारत ने सिर्फ मानवता की सेवा की है और आज भारत के पास क्षमता भी है और भावना भी।byddnews