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प्रधानमंत्री ने भारत के वन्यजीवों के संरक्षण के प्रयास को दुनिया के लिए बताया अनुकरणीय

भारत में साल 2014 से 2018 तक तेंदुओं की आबादी में साठ फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है…प्रधानमंत्री ने साल के मन की बात के आखिरी संस्करण में वन्य जीवों को लेकर भारत सरकार और देशवासियों के प्रयासों की चर्चा की।

 

वन्य जीव और वन्य क्षेत्र संरक्षण में देश की कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने वैश्विक स्तर पर वन्य जीवों के लिए घटते आवास के संदर्भ में इन महत्वपूर्ण उपलब्धियों को दुनिया के लिए उदाहरण बताया। प्रधानमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में गुरुग्राम के प्रदीप सांगवान और कर्नाटक के नवदंपत्ति अनुदीप और मिनूषा के प्रयासों का जिक्र करते हुए देशवासियों को स्वच्छ भारत अभियान और सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने के संकल्प की भी याद दिलाई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2020 की मन की बात के आखिरी संस्करण में वन, पर्यावरण और वन्य जीवों से जुड़ी भारत की उपलब्धियों की भी चर्चा की। भारत में साल 2014 से 2018 तक तेंदुओं की आबादी में साठ फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। वर्ष 2014 में देश में तेंदुओं की संख्या लगभग उन्नियासी सौ थी, जबकि वर्ष 2019 में, इनकी संख्या बढ़कर बारह हजार आठ सौ बावन पहुंच गई।
प्रधानमंत्री ने देश में तेंदुओं की बढ़ती आबादी का जिक्र करते हुए दुनिया भर में जंगली जीवों के लिए घटते आवास के संदर्भ में भारत की इस उपलब्धि को दुनिया के लिए भी नजीर बताया।

प्रधानमंत्री ने देश में शेरों और बाघों की बढ़ती आबादी और देश में बढ़ रहे वन्य क्षेत्र के लिए पेड़-पौधों और वन्यजीवों के संरक्षण में जुटी सरकार के प्रयासों के साथ ही नागरिकों के प्रयासों की भी सराहना की और उन्हें बधाई दी। प्रधानमंत्री ने पशुओं के प्रति संवेदनशीलता के लिए कोयंबटूर की बेटी गायत्री के प्रयासों का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये संवेदनशीलता, प्रेरणा देने वाली है, और, ये तभी हो सकता है, जब व्यक्ति हर जीव के प्रति, दया और करुणा से भरा हुआ हो। प्रधानमंत्री ने इसे सत्कार्य की संज्ञा देते हुए कहा कि ये ऐसे सत्कार्य हैं जिनसे समाज सशक्त होता है।

प्रधानमंत्री ने मन की बात में सिर्फ नये साल के संकल्प की ही चर्चा नहीं की बल्कि आम जीवन में ऐसे संकल्पों को सिद्ध करने वाली प्रेरणाओं का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने गुरुग्राम के प्रदीप सांगवान के Healing Himalayas के उस प्रेरणदायी अभियान का भी जिक्र किया जिसके जरिए प्रदीप हिमालय के अलग अलग इलाकों में जाकर अपने उत्साही साथियों के साथ पर्यटकों द्वारा फैलाए गए प्लास्टिक कचरे का निपटारा करते हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री ने कर्नाटक के नवदंपत्ति अनुदीप और मिनूषा का शादी के बाद सोमेश्वर के समुद्री तट पर कचरे की सफाई के संकल्प से उपजे प्रभाव का जिक्र किया। इन दो प्रसंगों के जरिए प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान और देश को सिंगल प्लास्टिक यूज से मुक्त करने के संकल्प की याद दिलाई।byddnews