प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को संबोधित कर लोगों को कोरोना की लड़ाई में दिया बड़ा संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र को संबोधित कर लोगों को कोरोना की लड़ाई में बड़ा संदेश दिया। कोरोना वायरस संकट के बीच पीएम मोदी अबतक देशवासियों से सात बार रुबरु हो चुके हैं। मंगलवार से पहले छह बार पीएम मोदी राष्ट्र के नाम संदेश देकर लोगों को कोरोना के खिलाफ जंग और आत्मनिर्भर भारत और गरीब कल्याण जैसे कदमों के बारे में जानकारी दे चुके हैं।
कोरोना काल में पीएम का पहला संबोधन 19 मार्च को हुआ जब उन्होंने देश की जनता से सहयोग की अपील करते हुए 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के लिए कहा था। साथ ही उन्होंने कहा कि 22 मार्च को शाम पांच बजे, पांच मिनट तक तक उन सभी लोगों का ताली बजाकर धन्यवाद करें, जो खतरा उठाकर आवश्यक कामों में लगे हैं।
24 मार्च को अपने दूसरे संबोधन में पीएम मोदी ने सबसे बड़ा एलान किया। इस दिन देश में पहले लॉकडाउन की घोषणा की थी. जिसमें 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया । इसी लॉकडाउन की वजह से देश आज कोरोना की जंग में काफी तेजी से और मजबूती से आगे बढ रहा है । अगर ये लॉकडाउन न होता तो कोरोना के खिलाफ जंग में हमारी स्थिति काफी कमजोर होती । पूरी दुनिया ने इस लॉकडाउन को काफी अहम माना।
कोरोना काल में देश के नाम अपने तीसरे संबोधन में पीएम मोदी ने कोरोना योद्धाओं के सम्मान की अपील की. जिसमें सभी से रात नौ बजे नौ मिनट तक घर की लाइट बंद कर दीया जलाने को कहा गया। पीएम की इस अपील का व्यापक असर हुआ और सबने कोरोना योद्धाओं का सम्मान किया।
अपने चौथे संबोधन में पीएम मोदी ने लॉकडाउन 2 का ऐलान किया था, जो कि तीन मई तक के लिए बढ़ा दिया गया था. । साथ ही सात बातों पर लोगों का साथ मांगा।
कोरोना काल और लॉकडाउन के बीच देश में अर्थव्यवस्था पर बढ़ा संकट आया। जिसमें जान फूंकने के लिए पीएम मोदी ने अपने पांचवें संबोधन में किया 20 लाख करोड़ के आत्मनिर्भर भारत पैकेज का ऐलान । इसके तहत देश के छोटे व्यापारियों, श्रमिक मजदूरों, गरीबों को आर्थिक मदद, लोन की मदद देने की घोषणा की गई । साथ ही पीएम ने आत्मनिर्भर भारत के पाँच पिलर्स के बारे में लोगों को जानकारी दी
30 जून को फिर पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया जिसमें लोगों से सावधानी बरतने की अपील की थी. क्योंकि अनलॉक 2.0 की प्रक्रिया शुरू हुई थी, ऐसे में पीएम ने हर किसी से नियमों का पालन करने को कहा था । इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के विस्तार की घोषणा की। उन्होंने नवंबर तक इस योजना का विस्तार किया।
कुल मिलाकर पीएम मोदी ने कोरोना काल में समय समय पर देश के नागरिकों के सामने आकर न केवल अपनी बात रखी बल्कि इस जंग में उनका हौसला बढाया । पीएम ने इन संबोधनों के जरिए साफ कर दिया कि वो जनभागीदारी के जरिए ही देश को आगे ले जा रहे हैं और उनका हर कदम पीछे जनता को विश्वास में लेकर किया जा रहा है। पीएम ने इसी दौरान न केवल कडे कदमों का एलान किया बल्कि अर्थव्यवस्था के साथ ही गरीबों के लिए बडे एलान किया । इन्हीं कदमों का असर है कि भारत न केवल दुनिया के मुकाबले कोरोना की जंग में बेहतर हालत में है बल्कि अर्थय्वस्था भी पटरी पर लौट रही है।
सोर्सडी डी न्यूज