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मन की बात’: प्रधानमंत्री ने की किस्सागोई की कला को प्रोत्साहित करने की अपील

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की किस्सागोई की कला को प्रोत्साहित करने की अपील, लोगों से देश की आज़ादी के संघर्ष से जुड़ी प्रेरणादायक कहानियों को भी स्टोरीटैलिंग में शामिल किए जाने की अपील, कोरोना महामारी से बचने के लिए प्रधानमंत्री ने लोगों से सतर्क रहने, मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने को कहा.

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र् मोदी ने अपने  ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कोरोना महामारी के दौर में लोगों को अनुशासन और संयम से रहने का आगाह किया।  प्रधानमंत्री ने इस संकट काल में परिवार के सदस्यों को आपस में जोड़ने और करीब लाने के लिए प्राचीन कहानियों के महत्व पर बल दिया। उन्होने कहा कि कहानियों का इतिहास उतना ही पुराना है जितनी कि मानव सभ्यता | ‘where there is a soul there is a story’.  कहानियाँ, लोगों के रचनात्मक और संवेदनशील पक्ष को सामने लाती हैं, उसे प्रकट करती हैं | कहानी की ताकत को महसूस करना हो तो जब कोई माँ अपने छोटे बच्चे को सुलाने के लिए या फिर उसे खाना खिलाने के लिए कहानी सुना रही होती है तब देखें

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में कहानी सुनाने की  एक समृद्ध परंपरा रही है। जिसमें विवेक और बुद्धिमता की बातों को आसानी से समझाया गया है। भारत में कहानी कहने की, या कहें किस्सा-गोई की, एक समृद्ध परंपरा रही है. हमें गर्व है कि हम उस देश के वासी है, जहाँ, हितोपदेश और पंचतंत्र की परंपरा रही है, जहाँ, कहानियों में पशु-पक्षियों और परियों की काल्पनिक दुनिया गढ़ी गयी, ताकि, विवेक और बुद्धिमता की बातों को आसानी से समझाया जा सके | हमारे यहाँ कथा की परंपरा रही है. प्रधानमंत्री ने लोगों से आग्रह किया कि वे अपने परिवार के लिए कुछ समय जरुर निकाले। सब कोई एक साथ बैठकर कोई धार्मिक , देशभक्ति की कहानी आपस में जरुर सुनाए।

कोरोना के इस संकट काल में प्रधानमंत्री ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में के माध्यम से जहां लोगों को एकजुट रहने के लिए प्राचीन परंपराओं को अपनाया वही देश की प्राचीन संस्कृति की ओर लोगों को प्रेरित भी किया।

सोर्स डी डी न्यूज