रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए 44 पुलों का किया उद्घाटन
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा सड़क संगठन यानी बीआरओ द्वारा 7 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में बनाए गए 44 पुलों का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। इन 44 पुलों में सबसे ज्यादा पुलें जम्मू – कश्मीर और लद्दाख में बनाई गई हैं, जिनकी संख्या 18 तक हैं। वहीं, उत्तर-पूर्व में इनमें से 12 पुलों का उद्घाटन शामिल है। इसके साथ ही रक्षा मंत्री ने बेहद महत्वपूर्ण माने जाने वाली, तवांग को जाने वाली सड़क पर नेचिफ़ु सुरंग की आधारशिला भी रखी।
बॉर्डर के आधार भूत ढाँचे को और मजबूर करने पर केन्द्र सरकार की प्रतिबद्धता को और आगे बढ़ाते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 12 अक्तूबर को सीमा सड़क संगठन द्वारा निर्मित 7 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 44 पुलों को विडीओ कॉन्फ़्रेन्स के माध्यम से राष्ट्र को समर्पित किया । इसके साथ ही रक्षा मंत्री ने तवांग को जाने वाली सड़क पर 450 मीटर लम्बी नेचिफ़ु सुरंग के लिए पहले विस्फोट की शुरुआत कर आधारशिला भी रखी
इस मौक़े पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इन पुलों निर्माण से पश्चिमी, उत्तरी और north-east के दूर-दराज के इलाकों में, Military और Civil transport में बड़ी सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही हमारी सेना के जवानो को इन दुर्गम इलाकों में पूरे साल परिवहन की सुविधा उपलब्ध हो पाएगी।
देश की उत्तरी और पूर्वी सीमाओं पर पाकिस्तान और चीन की ओर से सीमा पर पैदा किए जा रहे तनाव की बात करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि रक्षा मंत्री ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में सड़कों, सुरंगों और पुलों का लगातार निर्माण सरकार के remote areas में पहुँचने के प्रयास को दर्शाता है। ये सड़कें न केवल सामरिक जरूरतों के लिए अहम होती हैं, बल्कि राष्ट्र के विकास में सभी की बराबर भागीदारी सुनिश्चित करती है
समारोह में जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिंन्हा ना कहा कि इन पुलों के निर्माण से ना केवल ग्रामीण इलाकों में कनेक्टिविटी के साथ ही सुरक्षा बलों के लिए भी फायदेमंद साबित होगें।
इन 44 पुलों में जम्मू और कश्मीर में 10 लद्दाख में 8 हिमाचल प्रदेश में 2 पंजाब में 4 उत्तराखंड में 8 अरुणाचल में 8 और सिक्किम में 4 पुल है। इसके साथ ही BRO द्वारा नवीनतम तकनीकों, और अत्याधुनिक उपकरणों का प्रयोग करते हुए, पिछले दो वर्षों के दौरान, 2200 किलोमीटर से अधिक सड़कों की cutting की गई है। साथ ही लगभग 4200 किलोमीटर लंबी सड़कों की Surfacing की गई है।