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राफेल भारतीय सेना मे हुआ शामिल जानिए इसकी खासियत

फ्रांस से खरीदे गए पांच राफेल लड़ाकू विमान औपचारिक रूप से आज भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हुए। अंबाला एयरबेस पर राफेल के इंडक्शन समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली भी मौजूद रहीं। सर्वधर्म पूजा के साथ ही आसमान में दुश्मनों को अपनी ताकत दिखाकर बाहुबली राफेल भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हो गया।

जाने राफेल विमान की खासियत 

राफेल एक बहुत ही उपयोगी लड़ाकू विमान है। इसके एक विमान को बनाने में 70 मिलियन की लागत आती है।

इस विमान की लंबाई 15.27 मीटर होती है और इसमें एक या दो पायलट ही बैठ सकते हैं।

इस विमान की खासियत है कि यह ऊंचे इलाकों में भी लड़ने में माहिर है।

राफेल एक मिनट में 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जा सकता है।

यह अधिकतम 24,500 किलोग्राम का भार उठाकर उड़ने में सक्षम है।

इसकी अधिकतम रफ्तार 2200 से 2500 किमी. प्रतिघंटा है और इसकी रेंज 3700 किलोमीटर है।

ऑप्ट्रॉनिक सिक्योर फ्रंटल इंफ्रारेड सर्च और ट्रैक सिस्टम से लैस इस विमान में एमबीडीए एमआइसीए, एमबीडीए मेटेओर और एमबीडीए आदि कई तरह की खतरनाक मिसाइलें और गन लगी हैं, यह पल भर में दुश्मनों को मिट्टी में मिला सकती है।

इसमें लगी 1.30 एमएम की एक गन एक बार में 125 राउंड गोलियां चलाने में सक्षम है।

इसमें लगी मेटेओर मिसाइल 100 किलोमीटर दूर उड़ रहे फाइटर जेट को भी पलभर में मार गिराने में सक्षम है।