विदेश मंत्रालय की एडवाइजरी के बाद 18 हजार भारतीय, यूक्रेन छोड़ चुके हैं
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी के बाद से करीब 18 हजार भारतीय यूक्रेन छोड़ चुके हैं। नई दिल्ली में मीडिया को जानकारी देते हुए मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि ऑपरेशन गंगा के तहत पिछले 24 घंटों के दौरान, 15 उड़ानें 3000 से अधिक भारतीयों को यूक्रेन से वापस लेकर आ चुकी हैं। उन्होंने कहा कि अब तक करीब 6 हजार 400 भारतीय नागरिकों को वापस लाया जा चुका है। अगले 24 घंटों के दौरान 18 और उड़ानें संचालित होंगी। इनमें से वायुसेना के 3 आईएएस सी-17 विमान होंगे। इसके अलावा एयर इंडिया, इंडिगो और स्पाइस जेट की वाणिज्यिक उड़ाने भी होंगी।
उन्होंने बताया कि भारतीयों को लाने के लिए यूरोप के बुखारेस्ट से 7 उड़ानें, बुडापेस्ट से 5, रेज़ज़ो से 3 और कोसिसे से एक उड़ान संचालित होंगी। इसके अलावा रोमानिया की सीमा के पास नए स्थान की पहचान की गई है जहां से अगले 24 घंटों के दौरान 2 उड़ानें संचालित की जाएंगी।
श्री बागची ने कहा कि बड़ी संख्या में उड़ानों का संचालन इस बात का सबूत है कि काफी भारतीय यूक्रेन की सीमा पार कर पड़ोसी देशों में पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी भारतीयों को जल्द से जल्द वापस लाने के प्रयास और तेज किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मेजबान देशों की सरकारों और स्थानीय लोगों के सहयोग से भारतीय दूतावास उन्हें भोजन और आश्रय उपलब्ध करा रहा हैं। उन्होंने भारी चुनौतियों के बावजूद भारतीय नागरिकों को निकालने में मदद करने के लिए यूक्रेन सरकार की सराहना की।
यूक्रेन के ताज़ा घटनाक्रम पर श्री बागची ने कहा कि भारत खार्किव, सूमी और पूर्वी यूक्रेन के अन्य शहरों की स्थिति पर करीबी नज़र रखे हुए है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय द्वारा कल जारी एक एडवाइजरी के बाद से बड़ी संख्या में भारतीय छात्रों ने खार्किव छोड़ दिया है। यूक्रेन की पश्चिमी सीमाओं को पार करने की प्रतीक्षा कर रहे भारतीयों की संख्या में भी कमी आई है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए रूसी और यूक्रेन के अधिकारियों से लगातार संपर्क में है।
सोर्स डी डी न्यूज