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संयुक्त राष्ट्र में भारत की बड़ी भूमिका पर पीएम ने जोरदार तरीके से रखा पक्ष

पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के योगदान का जिक्र किया तो भारत की अगुआई में शुरू हुई वैश्विक पहल को गिनाना भी नही भूले…पीएम मोदी ने भारत की विकास यात्रा की बात कही तो दुनियां की चुनौतियों को लेकर भारतीय समाधानों को भी सामने रखा।

 

कोरोना के समय में संयुक्त राष्ट्र  महासभा की बैठक में दुनियाभर के नेता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हो रहे हैं। शनिवार को पीएम  मोदी ने संस्था के इस सालाना कार्यक्रम के अपने संबोधन में दुनिया के सामने मौजूद तमाम मसलों पर अपनी राय रखी तो साथ ही अगले साल से सुरक्षा परिषद के चयनित अस्थाई सदस्य के रुप से शुरु हो रही भारत की पारी के बारे में प्राथमिकताएं पेश की।  प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी के दौरान दुनिया को भारत की मदद का जिक्र किया और साथ ही विश्व को भरोसा दिया कि भारत की वैक्सीन प्रोडक्शन और वैक्सीन डिलीवरी क्षमता पूरी मानवता को संकट से बाहर निकालने के लिए काम आएगी ।

प्रधानमंत्री ने वसुधैव कुटुंबकम को भारत की संस्कृति और संस्कार का हिस्सा बताते हुए कहा कि पडो़सियों के साथ भारत के संबंध और विदेश नीति में इसी की झलक होती है ।

अगले साल से भारत भारत संयुक्त राष्ट्र  सुरक्षा परिषद के चयनित अस्थाई सदस्य के रूप में अपनी भूमिका निभाने जा रहा है। यूएन के सबसे प्रभावशाली संगठनों में से एक सुरक्षा परिषद में 2 साल के लिये भारत की इस सदस्यता की शुरूआत जनवरी 2021 से होगी।  पीएम ने भारत की इस पारी के लिए अपनी प्राथमिकताएं भी सामने रखीं ।

प्रधानमंत्री ने रिफार्म परफार्म और ट्रांसफार्म की अपनी सरकार का मंत्र दुनिया के सामने रखा और कहा कि उनकी सरकार   इसी के जरिए देश को बदल रही है । पीएम ने आत्मनिर्भर भारत का भी जिक्र किया और कहा कि ये ग्लोबल इकॉनमी के लिए अहम है।

पीएम ने संयुक्त राष्ट्र की प्रासंगिकता को मजबूत करने के साथ ही उसे संतुलित और सशक्त बनाने के लिए काम करने का आहवान किया ।प्रधानमंत्री ने दुनिया के देशों से अपील की कि वो संयुक्त राष्ट्र के 75 वर्ष पर मिलकर अपने आप को विश्व कल्याण के लिए  समर्पित करने का प्रण लें

सोर्स डी डी न्यूज