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स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय की ई-संजीवनी चिकित्‍सा सेवा के तहत 10 लाख से भी अधिक लोगों ने लिए टेली-परामर्श

भारत ने ई-स्‍वास्‍थ्‍य की यात्रा में मील का पत्‍थर हासिल किया है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय की ई-संजीवनी चिकित्‍सा सेवा के तहत सोमवार तक 10 लाख से भी अधिक लोगों ने टेली-परामर्श किए।

 

इस चिकित्‍सा के तहत इंटरनेट के इस्‍तेमाल के जरिए स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं उपलब्‍ध कराई जाती हैं जिससे दूर-दराज के क्षेत्रों में लोग चिकित्‍सा परामर्श प्राप्‍त करते हैं। इससे समय और धन की बचत हुई है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने एक वक्‍तव्‍य में कहा है कि कोविड महामारी के दौरान भारत के 550 से भी अधिक जिलों में रोगियों ने इस सुविधा का इस्‍तेमाल किया। इनमें 10 प्रतिशत रोगी 60 और इससे अधिक आयु वर्ग के थे। इस सुविधा का इस्‍तेमाल करने वाले कुल रोगियों में स एक चौथाई ने एक से अधिक बार इस सेवा का उपयोग किया। इससे यह पता चलता है कि लोगों ने अस्‍पतालों में जाने के बजाय इस परामर्श सेवा को प्राथमिकता दी।byddnews