बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर एनडीए का एलान
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर एनडीए का औपचारिक एलान, भाजपा- 121, जदयू- 115 और हम- 7 सीटों पर लड़ेगी चुनाव, वीआईपी से गठबंधन की स्थिति में भाजपा अपने कोटे की सीटें करेगी साझा, भाजपा-जदयू की संयुक्त प्रेस वार्ता में एनडीए ने कहा विकास पर मांगेंगे वोट, विपक्षी राजद पर एनडीए का हमला, कहा- क़ानून व्यवस्था का था बुरा हाल.
बिहार चुनाव के एलान से पहले ऐसा माना जा रहा था कि कोरोना साए में इस बार का चुनाव नीरस होगा लेकिन सीटों के बंटवारे से लेकर सीटों के एलान तक का सफर, इतना रोचक रहा कि बिहार चुनाव अपनी परंपरागत फ्लेवर में आ गया.
तमाम कयासों पर विराम लगाते हुए पहले महागठबंधन ने अपनी सीटों का एलान किया, तो अब राज्य की सत्ताधारी एनडीए ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने सीटों का एलान कर दिया. जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी समेत भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड के दर्जनों नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस के मौके पर पटना के चाणक्य होटल में जमा हुए.
मीडिया से मुखातिब होते हुए बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा की जनता दल यूनाइटेड 122 सीटों पर जबकि भारतीय जनता पार्टी 121 सीटों पर अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारेंगे. जेडीयू अपनी 122 सीटों में से 7 सीटें जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाली हम पार्टी को देगी, जबकि बीजेपी अपने कोटे की 121 सीटों में से कुछ सीटें मुकेश साहनी के नेतृत्व वाली विकासशील इंसान पार्टी को देगी.
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए बीजेपी नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने साफ किया कि सीटें चाहे जिसकी भी ज्यादा हों, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बनेंगे.
प्रेस कॉन्फ्रेंस से साफ हो गया कि एनडीए ने अपना कुनबा बड़ा कर लिया. महागठबंधन से पहले ही जीतन राम मांझी रुखसत होकर एनडीए का दामन थाम चुके थे. अब मुकेश साहनी के आ जाने से एनडीए की स्थिति और भी स्पष्ट हो गई है.
वही महागठबंधन की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. एक तरफ जहां झारखंड की सत्ताधारी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने राजद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, तो वहीं दूसरी ओर महागठबंधन चुनाव में दमखम के साथ उतरने की मुनादी कर रहा है.
गौरतलब है कि महागठबंधन में सीटों के ऐलान के बावजूद एनडीए के सीटों के एलान ना होने से तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे लेकिन जेडीयू और बीजेपी के इस साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस से स्थिति अब साफ हो चली है और बीजेपी ने यह भरोसा दिलाया है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बिहार में चुनाव लड़ा जाएगा और चुनाव परिणाम आने के बाद नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे.
अब देखना होगा कि अब देखना होगा कि एनडीए की एकता का महागठबंधन कैसे मुकाबला कर पाता है और राज्य की सियासी तस्वीर आने वाले दिनों में क्या कुछ उभरकर सामने आती है.
सोर्स डी डी न्यूज