U19 world cup winner को मिलेगी बडी रकम
भारतीय सीनियर टीम के किसी खिलाड़ी के लिए अलग-अलग ग्रेड तय किए गए हैं. ए-प्लस कैटेगरी के खिलाड़ी को फिलहाल हर साल 7 करोड़ रुपये की सैलरी BCCI की ओर से मिलती है जिसमें विराट कोहली, रोहित शर्मा और पेसर जसप्रीत बुमराह शामिल हैं. वहीं, अंडर-19 के खिलाड़ी के लिए यह रकम इसके मुकाबले काफी कम है।
नई दिल्ली. भारत के युवा क्रिकेटरों ने एक बार फिर देश का मान बढ़ाया और जश्न मनाने का मौका दिया. भारतीय टीम ने शनिवार को 5वीं बार अंडर-19 वर्ल्ड कप (Under-19 World Cup 2022) अपने नाम किया. उसने खिताबी मुकाबले में इंग्लैंड को 4 विकेट से मात दी. इस जीत के बाद बीसीसीआई ने टीम के हर खिलाड़ी को 40-40 लाख रुपये देने का ऐलान कर दिया. किसी भी युवा क्रिकेटर के लिए यह रकम काफी बड़ी है. हालांकि बोर्ड की तरफ से हर साल अंडर-19 में खेलने वाले क्रिकेटर को कुछ रकम दी जाती है।
अगर सीनियर टीम के किसी खिलाड़ी की बात की जाए तो ए-प्लस कैटेगरी के खिलाड़ी को फिलहाल हर साल 7 करोड़ रुपये की सैलरी बीसीसीआई की ओर से मिलती है जिसमें विराट कोहली, रोहित शर्मा और पेसर जसप्रीत बुमराह शामिल हैं. इसके अलावा ए-ग्रेड के खिलाड़ी को हर साल 5 करोड़ रुपये, ग्रेड-बी में 3 करोड़ और ग्रेड-सी में 1 करोड़ रुपये सालाना दिए जाते हैं. अभी केएल राहुल, अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत, रवींद्र जडेजा समेत 11 खिलाड़ी ग्रेड-ए में हैं. वहीं, ग्रेड-बी में हार्दिक पंड्या और युजवेंद्र चहल समेत 5 खिलाड़ी हैं।
बीसीसीआई ने पिछले साल ही खिलाड़ियों की सैलरी और पे-स्लैब में बदलाव किया. बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने तब कहा था कि घरेलू क्रिकेटरों के आर्थिक हितों का ध्यान रखना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है. बोर्ड की तरफ से तब खिलाड़ियों की सैलरी भी बढ़ाई गई थी. इसमें सीनियर खिलाड़ियों को 60 हजार रुपये प्रतिदिन और सीनियर महिला खिलाड़ी को 20 हजार रुपये प्रतिदिन का स्लैब रखा गया है।
घरेलू क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों को भी अलग-अलग कैटेगरी में बांटा गया है. जो खिलाड़ी 40 या उससे ज्यादा मैच खेलता है, उसे इस वर्ग में सीनियर माना जाता है. ऐसे में उसे बीसीसीआई की तरफ से सैलरी के तौर पर 60 हजार रुपये मिलते हैं. वहीं, अंडर-23 खेलने वाले क्रिकेटर को 23 हजार रुपये दिए जाते हैं. इसके अलावा अंडर-19 क्रिकेट खेलने वाले क्रिकेटर को बोर्ड की ओर से 20 हजार रुपये का भुगतान होता है।
अंडर -19 में प्लेइंग इलेवन में रहने वाले खिलाड़ी को 20,000 रुपये मिलते हैं. यह रकम पहले 10,500 थी जिसे पिछले साल ही बीसीसीआई की ओर से बढ़ाया गया. रिजर्व खिलाड़ी को 10,000 रुपये प्रतिदिन का भुगतान किया जाया है. अंडर-16 के लिए, संबंधित राशि 7000 रुपये प्लेइंग-XI वालों को और रिजर्व को 3500 रुपये है. इससे साफ है कि सीनियर टीम और अंडर-19 टीम की सैलरी में बहुत बड़ा अंतर है. हालांकि सीनियर टीम के खिलाड़ी विज्ञापनों से भी काफी कमाई करते हैं. अंडर-19 के खिलाड़ियों को कम ही विज्ञापन मिलते हैं और उनकी फीस भी काफी कम होती है।
हाल में अनुभवी खिलाड़ियों (40 से ज्यादा मैच) के लिए सैलरी में लगभग 100% बढ़ोतरी की गई थी जबकि 21 से 40 मैच खेलने वालों को 50,000 रुपये मिलेंगे. इससे पहले सीनियर क्रिकेटरों को फर्स्ट क्लास क्रिकेट और वनडे के लिए प्रति दिन 35,000 रुपये का भुगतान किया जाता था जबकि टी20 के लिए प्रति खेल 17,500 रुपये मिलते थे. पुरुषों के अंडर -23 खिलाड़ी अब 25,000 रुपये प्रति दिन कमाते हैं जो पहले 17,500 रुपये थे. इसके लिए उनका प्लेइंग-XI में होना जरूरी है और रिजर्व खिलाड़ी को 12,500 रुपये प्रतिदिन दिए जाते हैं।
विजेता टीम को रकम चेक के माध्यम से दिया जाता है।