Uttar Pradesh

हाथरस कांड के आड़ में राज्य में दंगों की साजिश का खुलासा, पुलिस ने दर्ज किया मामला

हाथरस कांड में दंगों की साजिश के खुलासे के बाद से पूरा मामला नया मोड़ लेता जा रहा है… राज्य का माहौल बिगाड़ने को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है… तो कानून व्य़वस्था को बनाये रखने के लिये तमाम कदम भी उठाये गये है… इस बीच उत्तर प्रदेश की सियासत भी लगातार गर्माती जा रही है और राजनीतिक बयानवाजी थमने का नाम नही ले रही है।

 

उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड के बहाने यूपी में दंगों की साजिश का खुलासा होने के बाद  राज्य की सियासत गरमा गयी है । उत्तर पुलिस को ऐसे सुराग हाथ लगे हैं जिससे राज्य में दंगों की अंतरराष्ट्रीय साजिश का खुलासा हुआ है । इस खुलासे के बाद यूपी पुलिस ने हाथरस में दंगों की साजिश का मुकदमा दर्ज किया है ।  हाथरस के थाना चन्दपा में दर्ज मुकदमे में बेहद गंभीर धाराएं लगायी है । जो मामला दर्ज किया गया है उसमें कहा गया है कि

दंगों की साजिश करके प्रदेश में जातीय और सांप्रदायिक दंगे कराने, अराजकता फैलाने, दंगों के बहाने योगी सरकार को बदनाम करने, अफवाहें फैलाने, पीड़ित के परिवार को गुमराह कर सरकार के खिलाफ भड़काने, फर्जी तस्वीरों, फर्जी सूचनाओं की मदद से नफरत फैलाने  का प्रयास हो रहा है । इसके अलावा  सोशल मीडिया पर झूठे, आपत्तिजनक, संवेदनहीन और बेहद भड़काऊ पोस्ट डाल कर लोगों में जातीय नफरत पैदा करने, गलत व अप्रमाणिक सूचनाएं सार्वजनिक कर यूपी को दंगों की आग में झोंकने के प्रयास का भी मामला दर्ज हुआ है ।

इसके अलावा सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के मामले में अयोध्या, लखनऊ  समेत कई ज़िलों में कुल 13 एफआईआर दर्ज की गई है । इन ताजा खुलासों के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने   विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विपक्ष प्रदेश को दंगा ग्रस्‍त देखना चाहता है।  उनका कहना है कि जिन्हें विकास अच्छा नहीं लग रहा है, वह जातीय और सांप्रदायिक दंगा भड़काना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि  अगर कोई माहौल बिगाड़ने का कार्य करेगा तो सख्ती के साथ उससे निपटा जाएगा ।

मुख्यमंत्री राज्य में बालिकाओं/महिलाओं से जुड़े मामलों में पुलिस विभाग को पूरी संवेदनशीलता और तत्परता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि अनुसूचित जाति/जनजाति से संबंधित मामलों में पुलिस गंभीरता और शीघ्रता के साथ कार्यवाही करे। यूपी पुलिस ने हाथरस में पीड़ित परिवार की शिकायत पर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया है ।

इस बीच बीजेपी ने इस मामले में कांग्रेस समेत कुछ राजनीतिक दलों की ओर से मामले का राजनीतिकरण किए जाने की कडी निंदा की है ।

आरोप प्रत्यारोपों के बीच पुलिस ने पीड़िता के परिजनों की सुरक्षा कड़ी कर दी है।  साथ ही गांव में किसी प्रकार का तनाव व्याप्त न हो इसके लिये पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।  गौरतलब है कि हाथरस की इस घटना की जांच के लिए यूपी सरकार ने  तीन सदस्यीय विशेष जांच दल यानी एसआईटी का गठन किया है जिसे अपनी रिपोर्ट सात दिन में पेश करनी है। राज्य सरकार ने हाथरस की घटना के लिये दोषी व्यक्तियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने के निर्देश भी दिये हैं । बाद में राज्य सरकार ने घटना की सीबीआई जांच की भी सिफारिश कर दी है।
सोर्स डी डी  न्यूज