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राष्ट्रपति और पीएम मोदी ने दी देशवासियों को दिवाली की शुभकामनाएं, दिवाली पर कब और कैसे करें मां लक्ष्मी की पूजा? जानें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त,

दीपों का उत्सव यानी दीपावली या दिवाली (Deepawali) अधर्म पर धर्म के विजय के उल्लास में मनाई जाती है. कार्तिक अमावस्या तिथि (Kartik Amavasya Tithi) को लोग अपने घरों में धन की देवी मां लक्ष्मी (Devi Lakshmi) की पूजा करते हैं और दीया जलाते हैं. छोटे-छोटे दीये जलाकर अंधकार को मिटाकर रोशनी लाने का यह उत्सव (Festival of Lights) पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को दीपावली की बधाई दी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट कर कहा है कि सभी देशवासियों को दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं! प्रकाश और उमंग के इस पवित्र त्योहार पर, हम ज्ञान और ऊर्जा के दीपक को प्रज्ज्वलित करते हुए जरूरतमंद लोगों के जीवन में भी खुशियां लाने का प्रयास करें। मैं इस महापर्व पर सभी देशवासियों के जीवन में सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करती हूं।

 

दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त
प्रदोष काल– शाम 05 बजकर 43 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 16 मिनट तक
वृषभ काल– शाम 06 बजकर 53 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 48 मिनट तक

दिवाली पर कैसे करें पूजा?
दिवाली की पूजा के लिए सबसे पहले पूर्व दिशा या ईशान कोण में एक चौकी रखें. चौकी पर लाल या गुलाबी वस्त्र बिछाएं. पहले गणेश जी की मूर्ति रखें. फिर उनके दाहिने और लक्ष्मी जी को रखें. आसन पर बैठें और अपने चारों और जल छिड़क लें. इसके बाद संकल्प लेकर पूजा आरम्भ करें. एक मुखी घी का दीपक जलाएं. फिर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश को फूल और मिठाइयां अर्पित करें. इसके बाद पहले भगवान गणेश, फिर मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें.