भारतीय रेलवे ने किया बडा बदलाव स्टेशनों को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिये विकसित करने की योजना
भारतीय रेल लगातार बदलाव के दौर से गुजर रही है। यात्री सुविधाओं को विश्वस्तरीय बनाने के लिए रेलवे स्टेशनों को पीपीपी मोड यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिये अगले 5 साल में तैयार किया जाएगा।
पीपीपी मोड़ पर कॉर्पोरेट ट्रेनों की संख्या को भी बढ़ाया जाएगा। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और मुम्बई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल को पीपीपी मॉडल पर विकसित करने के लिये बिडिंग प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। देश के 12 प्रीमियम और प्राइम रेल मार्गों पर भी पीपीपी मोड़ के तहत रेलगाड़ियों को चलाने की योजना है जिसके लिए 7 अक्टूबर तक बिडिंग प्रक्रिया खुली रहेगी जिसमे देश और विदेश के निवेशकों भाग ले सकते है। अगले एक साल में 50 रेलवे स्टेशनों के री-डेवलोपमेन्ट की पीपीपी मोड़ के तहत विकसित करने की योजना है।
सोर्स डी डी न्यूज