पराक्रम दिवस के रूप में मनेगी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती
राष्ट्र के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस की निस्वार्थ सेवा के सम्मान में सरकार ने 23 जनवरी को उनकी जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाने का किया फैसला।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की अदम्य भावना और राष्ट्र के लिए उनके निस्वार्थ सेवा के सम्मान में और उनको याद रखने के लिए भारत सरकार हर साल 23 जनवरी को उनकी जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाएगी। संस्कृति मंत्रालय द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि नेताजी के अतुल्य योगदान और राष्ट्र के प्रति नि:स्वार्थ सेवा की याद में ऐसा किया गया है।नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंन्ती पर 23 जनवरी से इस पराक्रम दिवस को शुरू करने का निर्णय लिया गया है जिससे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उनके योगदान को याद किया जा सके।byddnews