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नगरोटा आतंकी मामले में पाकिस्तानी साजिश की परतें खोलेगी एनआईए

नगरोटा एनकाउंटर मामले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए करेगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय की मंजूरी के बाद एनआईए ने आतंक निरोधी कानूनों के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

 

यह घटना बीते 19 नवंबर की है, जब पाकिस्तान से आए चार आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने जम्मू – कश्मीर के नगरोटा में एक टोल प्लाजा के पास मुठभेड़ में मार गिराया था। बाद में इन आतंकवादियों के पास से 11 एके 47 राइफल के साथ ही भारी मात्रा में गोला बारूद और अन्य पाकिस्तानी समान भी बरामद किए गए थे। जांच में पता चला कि आतंकी पाकिस्तान में ही बने डिजिटल मोबाइल सेट के जरिए सीमा पार बैठे अपने आकाओं से लगातार निर्देश हासिल कर रहे थे। शुरुआती जांच में ये भी पता चला था कि जम्मू – कश्मीर के डीडीसी चुनावों में खलल डालने के साथ ही भारी तबाही मचाने के मकसद से आतंकी घुसे थे, लेकिन मुस्तैद सुरक्षा बलों ने उनके नापाक इरादों को कामयाब नहीं होने दिया।

घटना के तुरंत बाद एनआईए की टीम ने नगरोटा में घटनास्थल का दौरा किया था तो साथ ही आतंकवादियों को ढेर करने वाली टीम के साथ संवाद भी किया था।   आतंकियों से बरामद पाकिस्तानी सामान, हथियार और इलेक्ट्रानिक डिवाइस के जरिए पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं संवाद के सबूत इस घटना में मिले थे।

घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी विस्तार से पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी थी। प्रधानमंत्री ने भी कहा था कि पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े चार आतंकवादियों के मंसूबों को नाकाम कर जिस पैमाने पर हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है, उससे संकेत मिलते हैं कि आतंकवादियों की साजिश भारी तबाही मचाने की थी। सुरक्षाबलों ने एक बार फिर उन्हें मात दी है।byddnews