Uttar Pradesh

उत्‍तर प्रदेश में हर दिन खुल सकेगी दुकाने लाकडाउन को पूरी तरह किया गया खत्म

उत्‍तर प्रदेश में लॉकडाउन अब पूरी तरह खत्‍म कर दिया गया है। अब रविवार को भी दुकानें खुलेंगी। अब बाजारों की साप्‍ताहिक बंदी की पूर्व निर्धारित व्‍यवस्‍था लागू होगी। बाजार सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक खोले जाएंगे।

अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने इसके निर्देश अफसरों को दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश में जो भी विकास की योजनाएं चल रही हैं, उन्हें गति दी जाए। मुख्‍यमंत्री ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ ही आर्थिक गतिविधियों को तेजी से बढ़ाया जाना चाहिए।

उन्‍होंने कन्‍टेंनमेंट जोन को छोड़कर अन्‍य स्‍थानों पर सभी होटलों और रेस्‍टोरेंटों को शुरू कराने का भी निर्देश दिया। इसके साथ ही कहा कि इन गतिविधियों के संचालन में संक्रमण से सुरक्षा के सभी मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाए। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि कन्‍टेनमेंट जोन में सभी लोगों का कोविड-19 टेस्‍ट कराया जाए। कन्टेनमेंट जोन में सघन कान्टैक्ट ट्रेसिंग तथा हाउस टू हाउस सर्विलांस होगा। केवल चिकित्सीय आपाताकालीन स्थिति व आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को छोड़कर कोई भी व्यक्ति न अंदर आ सकेगा, न बाहर जा सकेगा।

तहसील दिवस और थाना दिवस भी शुरू कर दिया गया है
मुख्‍यमंत्री योगी ने तहसील दिवस और थाना दिवस भी कोविड-19 गाइड लाइन के अनुसार संचालित करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्‍होंने अफसरों को निर्देश दिया कि वे सभी विभागाध्‍यक्षों और कार्यालयाध्‍यक्षों, कर्मचारियों की उपस्थिति की नियमित जांच करें। उन्‍होंने कहा कि ‘ईज ऑफ लिविंग’ की दिशा में भी कार्ययोजना बनाकर प्रयास किए जाने की आवश्‍यकता है। इससे लोगों के जीवन में परिवर्तन आएगा। मुख्‍यमंत्री ने उत्‍तर प्रदेश में जीएसटी कलेक्‍शन बढ़ाने का भी निर्देश अफसरों को दिया है। उन्‍होंने किसानों की मदद के लिए जीरो बजट खेती के लिए ज्‍यादा से ज्‍यादा प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने का भी निर्देश दिया। इसके साथ ही मुख्‍यमंत्री ने जोर देकर कहा कि ‘मुख्‍यमंत्री निराश्रित और बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना’ के तहत  गौ आश्रय स्‍थलों से कुपोषित बच्‍चों के परिवार के लोगों को गाय उपलब्‍ध कराई जाए। उन्‍होंने नगर निकायों में अमृत योजना के कार्यों में तेजी लाने का भी निर्देश दिया। इसके साथ ही लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों को सड़कों को पूर्णतया गड्ढामुक्‍त बनाने का निर्देश दिया।