Sant kabir nagar

खलीलाबाद- बलरामपुर- बहराइच रेल मार्ग पर बनेंगे छोटे- बड़े 32 स्टेशन व हॉल्ट

 

बलरामपुर, श्रावस्ती और बहराइच में अभी चल रहा सर्वे कार्य

खलीलाबाद-बहराइच नई रेल लाइन के लिए दो जिलों में भूमि अधिग्रहण की प्रकिया चल रही है। पहले चरण में वर्ष 2024 के अंत तक. खलीलाबाद से बांसी तक ही नई रेल लाइन बिछाए जाने का कार्य पूर्ण होना प्रस्तावित है। यदि कार्य की यहीं गति रहीं तो तय समय में काम होने में संशय है। खलीलाबाद से बहराइच तक कुल छोटे- बड़े 32 रेलवे स्टेशन व हॉल्ट बनाए जाएंगे।
खलीलाबाद से बांसी -बलरामपुर- श्रावस्ती से होकर बहराइच तक नई रेल लाइन बिछाए जाने की स्वीकृति वर्ष 2017 में मिली थी। खलीलाबाद से बहराइच तक करीब 240 किलोमीटर दूरी तक नई रेल लाइन बिछाई जानी है। इसमें संतकबीरनगर में 54 गांव, सिद्धार्थनगर में 93 गांव, बलरामपुर में 65 गांव, श्रावस्ती में 30 और बहराइच में 19 गांवों से होकर नई रेल लाइन बिछाई जानी है। इसके लिए सिद्धार्थनगर और संतकबीरनगर में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। जबकि बलरामपुर, श्रावस्ती और बहराइच में अभी सर्वे कार्य हो रहा है। प्रथम चरण में खलीलाबाद से लेकर लेकर बांसी तक 54 किलोमीटर दूरी तक कार्य कराया जाना है। इसमें संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद तहसील क्षेत्र के 29 गांवों के किसानों की 75 .128 हेक्टेयर जमीन और मेंहदावल तहसील क्षेत्र के 25 गांवों की 66 .862 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जानी है। इस प्रकार कुल 54 गांवों की 142 हेक्टेयर जमीन ली जानी प्रस्तावित थी। पूर्व में चीफ सेक्रेटरी रेलवे बोर्ड आए थे। उन्होंने किसानों और सामाजिक क्षेत्रों से जुड़े लोगों से वार्ता भी की थी। आलम यह है कि सिद्धार्थनगर में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज है और सेक्शन 19 तक कार्य पहुंच गया है। जबकि संतकबीरनगर में प्रगति सुस्त है। इसके पीछे जो वजह बताई गई कि प्रशासन और रेलेव के अधिकारियों के बीच समन्वय की कमी है। वैसे नवागत डीएम प्रेम रंजन सिंह और एडीएम मनोज कुमार सिंह ने इसमें रुचि दिखाई है। रेलवे के उप मुख्य इंजीनियर के साथ बैठक की और प्रगति तेज किए जाने पर जोर दिया। रेलवे के उप मुख्य इंजीनियर रवींद्र मेहता ने बताया कि सिद्धार्थनगर में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज है। संतकबीरनगर में समन्वय स्थापित करके गति बढ़ाई जा रही है। खलीलाबाद में एचआरपीजी कॉलेज से आगे सरैया गांव के पश्चिम से रेलवे लाइन बनेगी और बघौली होते हुए बखिरा, मेंहदावल, पसाई, खेसरहा से बांसी तक जाएगी। इसमें दो जगह हॉल्ट बखिरा और पसाई में बनेगा। जबकि बघौली, मेंहदावल, खेसरहा और बांसी में स्टेशन होगा। उम्मीद है कि 2024 तक नई रेल लाइन बिछा दी जाएगी।

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