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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के ख़िलाफ़ दूसरी बार महाभियोग प्रस्ताव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को हटाने को लेकर सियासत गर्म है। प्रतिनिधि सभा ने बुधवार देर रात अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप के महाभियोग प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी। चौंकाने वाली बात थी कि डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के दस सांसदों ने भी प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव में उनपर समर्थकों को राजद्रोह के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है।

 

अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी के दबदबे वाली प्रतिनिधि सभा ने बुधवार देर रात अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के महाभियोग प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी। ख़ास बात थी कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के दस सांसदों ने भी प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। इस मतदान के साथ ही ट्रंप अमेरिकी इतिहास में पहले ऐसे राष्ट्रपति बन गए, जिनके खिलाफ दो बार महाभियोग चलाया गया है। गौरतलब है कि कैपिटल हिंसा मामले में ट्रंप के खिलाफ यह महाभियोग प्रस्ताव लाया गया था।
डेमोक्रेट्स न केवल राष्ट ट्रम्प का निष्कासन चाहते हैं, बल्कि भविष्य में भी  अमेरिका में किसी भी लाभ विश्वास या सम्मान का पद पाने के लिए उन्हें अयोगय घोषित कराना चाहते हैं।

ट्रम्प के ख़िलाफ महाभियोग प्रस्ताव का विरोध करने वाले रिपब्लिकन सासंदों का तर्क था कि डेमोक्रेट पूरी प्रक्रिया का पालन किए बैगर ट्रम्प को हटाकर देश के लोगों के बीच और विभाजन करना चाहते हैं।

ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव में निवर्तमान राष्ट्रपति पर समर्थकों को राजद्रोह के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि ट्रंप ने अपने समर्थकों को कैपिटल बिल्डिंग की घेराबंदी के लिए तब उकसाया, जब वहां राष्ट्रपति चुनावों को संसद के द्वारा मुहर लगाए जाने का कार्य प्रगति पर था।  प्रतिनिधि सभा में डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद अब सबकी नजरें सीनेट के प्रमुख नेता मिच मैककोनेल पर हैं, जिन्होंने सीनेट के प्रारंभिक अभियोजन को खारिज करते हुए एक औपचारिक बयान जारी किया है।

प्रतिनिधि सभा ने दिसंबर, 2019 में भी डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग के आरोप को पारित किया था। उस दौरान आरोप लगाए गए थे कि ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति पर दबाव डाला कि वे जो बाइडन और उनके बेटे के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के दावों की जांच करवाए। हालांकि रिपब्लिकन पार्टी के नियंत्रण वाले सीनेट ने फरवरी 2020 में उन्हें आरोपों से बरी कर दिया था।

वहीं डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्विटर पर एक वीडियो जारी किया और पिछले हफ्ते अमेरिका में हुई हिंसा की निंदा की।

प्रतिनिधि सभा ट्रम्प पर महाभियोग चलाने पर विचार कर रही थी और नेशनल गार्ड की टुकड़ियों ने कैपिटल हिल को अपने सुरक्षा घेरे में ले रखा था। वहीं, 20 जनवरी को होने वाले राष्ट्रपति पद के शपथ ग्रहण समारोह को सुरक्षा प्रदान करने के लिए नेशनल गार्ड के कम से कम 20000 जवानों को तैनात किए जाने की तैयारी है ताकि समारोह में कोई बाधा उत्पन्न न की जा सके।byddnews

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