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रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से पैदा हुआ यूरोप में बिजली संकट।

गैजप्रॉम रूस की सरकारी गैस कंपनी है और यह साल 2021 से ही यूरोप के देशों को होने वाली गैस की सप्‍लाई में कटौती करती आ रही थी। सूरिया का कहना है कि रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन ने अपने विरोधियों के खिलाफ वह हथियार प्रयोग करना शुरू कर दिया है जिसकी कभी कल्‍पना तक नहीं की गई थी। यह एक नई रणनीति है और धीरे-धीरे पुतिन इसमें सफल भी हो रहे हैं। अब खतरा इस बात का है कि कहीं गैजप्रॉम रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों की सजा के तहत यूरोप के लिए सप्‍लाई को पूरी तरह से बंद न कर दें।

यूरोप के देश कोसोवो में इन दिनों हर घंटे बिजली जा रही है। दिन और रात में छह घंटे तक की बिजली कटौती ने 20 लाख की आबादी वाले देश की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। यह यूरोप का वह पहला देश है जहां बिजली कटौती और गैस की कमी ने भविष्‍य की एक तस्‍वीर दिखा दी है। राजधानी प्रिस्टिनिया स्थित थिंक टैंक इनडेप में एनर्जी एक्‍सपर्ट लिरॉन जोसैज को समझ नहीं आ रहा है कि इस बार सर्दियों में क्‍या होगा जब यह संकट चार गुना तक बढ़ जाएगा। यहां पर लोगों को ठंडे पानी से काम चलाना पड़ रहा है और ऑफिसेज में भी बिजली सोच-समझकर प्रयोग करनी पड़ रही है।

 

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